बता ज़िन्दगी तेरा सरूर कहाँ है |
था मैं जिस पे मगरूर कहाँ है ||
कहाँ है फलसफा कहाँ वो अंदाज़
रहता था आँखों में वो नूर कहाँ है |
ज़ेहन को नाज़ था जिन ख्वाबों पर
तासीर क्या हुई वो गरूर कहाँ है |
हाथ से जो छूटा हाथ दोस्तों का
कौन देखे कौन कितनी दूर कहाँ है |
शाम से सुबह , सुबह से शाम
सफ़र क्यों जाना बदस्तूर कहाँ है |
1 टिप्पणी:
शुभागमन...!
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नये ब्लाग लेखकों के लिये उपयोगी सुझाव.
बचाव : छुपे हुए महारोग- मधुमेह (शुगर / डायबिटिज) से.
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